May 24, 2011

जैसे ही ड्राईवर ने गियर लगाया और बस को आगे बढ़ाने को हुआ कि तभी पीछे से एक  मीठी सी आवाज़ आई – "ड्राईवर साहिब, जरा एक मिनट रुकिए ! मुझे कपड़े तो उतार लेने दीजिए."

सारी आँखें एक साथ पीछे की ओर घूम गईं.

धोबन थी, जो अपना  कपड़ों का गट्ठर बस से नीचे उतार रही थी.